Tuesday, July 10, 2007

इंटरनेट से निकाह

इंटरनेट से निकाह को देवबंद की मंजूरी
मुजफ्फरनगर/श्रीनगर (पीटीआई) : दारुल उलूम देवबंद ने इंटरनेट से निकाह के पक्ष में व्यवस्था दी है।
उधर, कश्मीर की प्रमुख शरीयत अदालत ने घूसखोरी और मिलावटी खाने के खिलाफ फतवा जारी किया है। जब एक व्यक्ति ने इंटरनेट के जरिए निकाह की वैधता पर सवाल उठाया और उस बारे में दारऊ उलूम देवबंद से राय मांगी, तो उसने यह व्यवस्था दी। इस मदरसे की ओर से मंगलवार को यह भी कहा गया कि ऐसे निकाह तभी वैध माने जाएंगे, जब गवाह भी मौजूद हों और निकाह शरीयत के मुताबिक हो। मदरसे के फतवा महकमे ने कहा कि इंटरनेट से निकाह के दौरान 2 गवाह और 1 वकील मौजूद रहना चाहिए, जो दुलहन और दूल्हे की मंजूरी का ऐलान कर निकाह को विधिवत पूरा कराएंगे। उधर कश्मीर में दारुल फतवा के प्रमुख मुफ्ती बशीरुद्दीन ने कहा कि घूस लेना और देना, दोनों ही इस्लाम में गुनाह है। घूसखोरी बीमारी के रूप में समाज में फैलती जा रही है। यह अनैतिक है और इस आदत को समूल उखाड़ फेंकने की जरूरत है। इस्लाम की शिक्षाओं के तहत मेरी लोगों को सलाह है कि वे करप्शन से बचें। उन्हें मिलावटी खाने से भी बचना चाहिए।
[Tuesday, July 10, 2007 07:13:48 pm ] navbharattimes
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/2192193.cms

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